सिने अभिनेत्री आशा पारेख को दादा साहब फाल्के पुरस्कार, 2020 से सम्मानित किया जाएगा। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को इसकी घोषणा की। 68 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 30 सितंबर को आयोजित होंगे जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समारोह की अध्यक्षता करेंगी ।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि दादासाहेब फाल्के चयन जूरी ने आशा पारेख को भारतीय सिनेमा में उनके अनुकरणीय जीवन भर के योगदान के लिए मान्यता और पुरस्कार देने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि 52वें दादासाहेब फाल्के पुरस्कार प्रदान करने का निर्णय पांच सदस्यों की जूरी द्वारा लिया गया है जिसमें आशा भोसले, हेमा मालिनी, पूनम ढिल्लों, टी. एस. नागभरण और उदित नारायण हैं।
आशा पारेख (79 ) एक प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री, निर्देशक व निर्माता और एक कुशल भारतीय शास्त्रीय नृत्यांगना हैं। एक बाल कलाकार के रूप में अपना करियर शुरू करते हुए उन्होंने दिल देके देखो में मुख्य नायिका के रूप में अपनी शुरुआत की और 95 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया। उन्होंने कटी पतंग, तीसरी मंजिल, लव इन टोक्यो, आया सावन झूम के, आन मिलो सजना, मेरा गांव मेरा देश जैसी मशहूर फिल्मों में अभिनय किया है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 1969 में स्थापित दादा साहब फाल्के पुरस्कार सिनेमा के क्षेत्र में भारत का सर्वोच्च पुरस्कार है। यह सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा स्थापित एक संगठन, फिल्म समारोह निदेशालय द्वारा राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में प्रतिवर्ष दिया जाता है।