हवाओं की दिशाएं बदलने से मानसून भले ही कमजोर हुआ हो, लेकिन आसमान में बादलों की आवाजाही जारी है। इसके पीछे जलवायु परिवर्तन का कारण बताया जा रहा है। मौसम में उतार चढ़ाव बना रहेगा। हालांकि सोमवार को कानपुर में बारिश हुई थी, लेकिन मंगलवार को तेज धूप से लोगों का पसीना निकल रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि स्थानीय स्तर पर बारिश के आसार बने हुए हैं।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ एस एन सुनील पाण्डेय ने मंगलवार को बताया कि सोमवार को कानपुर में पांच मिमी बारिश हुई। हवाओं की दिशाएं दक्षिण पूर्व की जगह पर उत्तर पूर्व हो गई हैं। इससे मानसून कमजोर पड़ गया है, लेकिन स्थानीय स्तर पर अभी भी बारिश के आसार बने हुए हैं। आसमान में बादलों की आवाजाही बनी हुई है और बीच बीच में चटक धूप भी निकल रही है। हवाओं की दिशाएं बदलने के साथ ही एक अक्षीय रेखा पंजाब में चक्रवाती हवा के क्षेत्र से उत्तर प्रदेश, बिहार व पश्चिम बंगाल होते हुए बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी तक फैली हुई है। आगामी दो दिनों में कानपुर में मौसम ऐसे ही बने रहने की संभावना है और कहीं पर बारिश तेज होगी तो कहीं पर बूंदाबांदी ही होगी।