सपा ने बहिर्गमन व पैदल मार्च निकाल जताई नाराजगी
‘यह सरकार किसी की नहीं सुनती। सदन में जो सरकार का जवाब आना चाहिए, नहीं आ रहा। सरकार ने महंगाई, बेरोजगारी और नौकरी को लेकर क्या किया, अभी भी स्पष्ट नहीं है। सरकार का जो दावा था कि एक ट्रिलियन इकोनॉमी बनाएंगे उसका क्या हुआ? हमने सदन से वाकआउट (बहिर्गमन) इसलिए किया क्योंकि सरकार का इन तमाम मुद्दों पर कोई जवाब नहीं आ रहा है।’
यह आरोप समाजवादी पार्टी (सपा) व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सदन की कार्यवाही से बहिर्गमन के बाद पैदल मार्च करते हुए सपा मुख्यालय पहुंचने पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए लगाए।
अखिलेश यादव ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में कुछ जिलों में सूखा है और कुछ जगहों पर बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। किसान व लोगों बढ़ी संख्या में परेशान हैं। किसानों के गन्ने का भुगतान नहीं हुआ है। सरकार राहत देने के इंतजाम नहीं कर पाई है। लंपी बीमारी से पशुओं की मौत हो रही है। डबल इंजन की सरकार रोजगार को उपलब्ध नहीं करा पा रही है। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में बढ़ी फीस के मामले को लेकर छात्र आंदोलन कर रहे हैं। ‘जब फीस 500 गुना बढ़ा दी जाएगी तो बच्चे कैसे पढ़ेंगे?’
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार क्या कर रही है। लखीमपुर जैसी घटना हो, हाथरस में पहले हो चुका है। मुरादाबाद की घटना हो, महिला अत्याचार नहीं रूक रहे हैं। कानून व्यवस्था प्रदेश में बर्बाद है। सपा नेताओं को सरकार प्रताड़ित कर रही है।
अखिलेश ने केन्द्र की अग्निवीर योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसमें लाखों छात्रों ने फार्म भरे हैं। लेकिन कितने लोगों को नौकरी मिल जाएगी, यह सरकार स्पष्ट नहीं कर रही है।
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर सदन और चलना चाहिए। इसको लेकर सभी विपक्षी दलों ने सदन की कार्यवाही का समय बढ़ाए जाने की मांग की, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है। इसलिए हमने सदन की कार्यवाही से बहिर्गमन किया है।