पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि स्टार भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली, दिग्गज सचिन तेंदुलकर के 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं।
उन्होंने आईसीसी रिव्यू के ताजा एपिसोड के दौरान कहा, अगर आपने मुझसे तीन साल पहले यह सवाल पूछा होता, तो मैं हाँ कह देता। लेकिन हाँ, मुझे अभी भी लगता है कि यह उसके लिए संभव है, इसमें कोई संदेह नहीं है। मुझे अब भी लगता है कि वह सचिन के 100 शतक को पार कर जाएगा। लेकिन इसके लिए उन्हें अगले तीन या चार साल तक शायद साल में पांच या छह शतक उन्हें लगाना होगा।
पोटिंग ने आगे कहा, “देखिए, मैं विराट के साथ कभी यह नहीं कहूंगा कि वह साल में चार या पांच शतक नहीं लगा सकता, क्योंकि आप जानते हैं कि एक बार जब वह थोड़ा लय में आ जाता है, तो उसके लिए चीजें आराम दायक हो जाती हैं। वह रनों के लिए भूखा है।
1,020 दिनों के इंतजार के बाद, विराट कोहली ने हाल ही में संपन्न एशिया कप 2022 में अफगानिस्तान के खिलाफ शतक बनाया। उन्होंने केवल 61 गेंदों पर नाबाद 122 रन बनाए और पोंटिंग के 71 शतक के रिकॉर्ड की बराबरी की। उन्होंने एक महीने के लंबे ब्रेक के बाद खेल में वापसी की और टूर्नामेंट में दूसरे सर्वोच्च स्कोरर रहे। एशिया कप में कोहली ने पांच पारियों में 276 रन बनाए, जिसमें एक शतक और दो अर्द्धशतक शामिल थे।
विराट जब रनो के लिए संघर्ष कर रहे थे और उन्हें टीम से बाहर किये जाने का बात चल रही थी, तब भी पोंटिंग उनके समर्थन में थे और अब भी हैं, वह खुश हैं कि कोहली अब रन बना रहे हैं।
अपने साथ कोहली के संयुक्त रूप से दूसरे सबसे अधिक अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने वाले बल्लेबाज बनने पर पोंटिंग ने कहा, यह केवल समय की बात थी। इसमें अधिक समय लगा है, पिछले कुछ वर्षों में कोहली रनों के लिए संघर्ष कर रहे थे, जिससे उन्हें 71 शतक तक पहुंचने में थोड़ा अधिक समय लगा, लेकिन मैं जानता था यह होने वाला है।
उन्होंने कहा, लेकिन देखिए, वह स्पष्ट रूप से सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक हैं और उनके करियर में अभी लंबा समय है। उन्हें वापस रन बनाते देखकर अच्छा लगा।
हालांकि बल्लेबाजी की शुरुआत करते हुए आए कोहली के 71वें शतक ने भारत को दुविधा में डाल दिया है। कोहली ने बल्लेबाजी क्रम में नंबर 3 खिलाड़ी के रूप में बल्लेबाजी और निरंतरता बनाए रखी है। लेकिन उनका शतक यह सवाल खड़ा करता है कि क्या उन्हें आईसीसी टी-20 विश्व कप के करीब आते ही टीम इंडिया के लिए ओपन करना चाहिए। कोहली के पास इस सवाल के समर्थन में आंकड़े हैं। उन्होंने नौ टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत के लिए ओपनिंग की है, और इन नौ मैचों में उन्होंने 57.14 की औसत और 161.29 की शानदार स्ट्राइक रेट से 400 रन बनाए हैं।