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मुंबई के भायखला में वीरमाता जीजाबाई भोसले पार्क (रानी बाग) में भी चीता और सफेद शेर लाए जाने की योजना है। इसके साथ ही चिंपैंजी, लेमर, लेजर फ्लेमिंगो, हिप्पो, एमु, जगुआर आदि वन्यजीवों को रानीबाग में चरणबद्ध तरीके से लाए जाने की योजना बनाई गई है। इसके लिए जल्द टेंडर निकाले जाएंगे। इससे रानी बाग में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।
रानी बाग के निदेशक संजय त्रिपाठी के अनुसार 2018 में मुंबई नगर निगम ने विदेश से वन्यजीवों को रानी बाग लाने की योजना बनाई थी। इसमें चीता, सफेद शेर, चिंपैंजी, लेमर, लेजर फ्लेमिंगो, हिप्पो, एमु, जगुआर आदि शामिल हैं। इस संदर्भ में निकाली गई निविदाएं विभिन्न कारणों से तीन बार निरस्त की जा चुकी हैं। अब इसके लिए नई प्रक्रिया शुरू की जाएगी, अगले कुछ वर्षों में मुंबईवासी रानी बाग में वन्य जीवन का अनुभव कर सकेंगे।
पिछले कुछ वर्षों में रानी बाग में मुंबईवासियों और पर्यटकों का अच्छा प्रतिसाद देखने को मिल रहा है। रानी बाग में छुट्टियों सहित अन्य समय में भी भीड़ रहती है। वर्तमान में इस उद्यान में विभिन्न प्रकार के वन्यजीव, बाघ, तेंदुआ, हाथी, लोमड़ी आदि शामिल हैं। इसमें विभिन्न प्रकार के नए वन्यजीवों को शामिल करने की योजना है। शनिवार को चीते के भारत आगमन के बाद मुंबई में चीता लाए जाने की मांग बढ़ने लगी है। पर्यटकों तथा मुंबई वासियों की मांग चीते के साथ -साथ सफेद शेर भी देखने की है।
संजय त्रिपाठी के अनुसार मुंबई नगर निगम द्वारा दो साल पहले शक्ति नामक बाघ और करिश्मा नाम की बाघिन को औरंगाबाद चिड़ियाघर से मुंबई रानी बाग में लाया गया था। इस जोड़े ने 14 नवंबर, 2021 को एक शावक ‘वीरा’ को जन्म दिया। जिससे करीब 13 साल बाद रानी बाग में पर्यटकों को बाघ देखने को मिले। इसलिए पर्यटकों की संख्या रानीबाग में बढ़ गई है और चीता और शेर के आने का इंतजार पर्यटक कर रहे हैं। इसी वजह से मुंबई नगर निगम पहले चरण में चीता, रिंग टेल लेमर, लेजर फ्लेमिंगो और दूसरे चरण में हिप्पो, एमु आदि वन्यजीवों को लाने की प्रक्रिया जल्द शुरू करने वाली है।