समाजवादी पार्टी की पदयात्रा को लेकर विक्रमादित्य मार्ग को छावनी बना दिया गया है। वीवीआईपी चौराहा से लेकर सपा कार्यालय तक बैरिकेडिंग कर भारी संख्या में फोर्स लगा दी गई है। इस रास्ते पर आम लोगों का आवागमन बंद कर दिया गया है।
पदयात्रा के लिए अखिलेश यादव सपा कार्यालय पहुंच गए हैं। पार्टी के अन्य विधायक भी कार्यालय पहुंच गए हैं। यहां से सभी विधायक सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में विधानभवन के लिए पैदल ही निकलेंगे।
अभी निकलने का कार्यक्रम रोका गया है। सपाई रूट बदलने की तैयारी में हैं। हालांकि कार्यालय के पीछे वाले रास्ते पर भी फोर्स बढ़ाई जा रही है। सभी विधायक हाथ में नारा लिखी तख्ती लेकर कार्यालय में तैयार है।
23 सितंबर तक चलेगा सत्र
यूपी विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। 23 सितंबर तक चलने वाले 18वीं विधानसभा के दूसरे सत्र को शांतिपूर्ण तरीके से चलाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की अध्यक्षता में रविवार को सर्वदलीय बैठक हुई। इसमें महाना ने सभी दलों से सदन को सुचारु रुप से चलाने में मदद का अनुरोध किया, लेकिन विपक्ष ने महंगाई व कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार घेरने का एलान किया है।
ये है विपक्ष की रणनीति
मुख्य विपक्षी सपा के मुख्य सचेतक मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार फेल रही है। प्रदेश में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। खास तौर पर महिलाओं पर अपराध का ग्राफ ज्यादा बढ़ा है। विपक्षी दलों के नेताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। महंगाई से जनता को दो जून की रोटी जुटाना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार को सदन में इन मुद्दों के आधार पर घेरा जाएगा। कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’, बसपा के उमाशंकर सिंह, रालोद के राजपाल बालियान, सुभासपा के बेदीराम ने भी महंगाई और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेरने का एलान किया है। बैठक में अपना दल एस से राम निवास वर्मा, निषाद पार्टी से अनिल कुमार त्रिपाठी और जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) से विनोद सरोज भी शामिल हुए।