गंगोत्री धाम के रक्तवन ग्लेशियर में विशेष, अचूक और लुप्तप्राय हो चुकी औषधियों की खोज के लिए पतंजलि योगपीठ और निम आईएमएफ के संयुक्त अभियान दल को बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और योग गुरु बाबा रामदेव ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इससे पूर्व गंगोत्री धाम पहुंचे सूबे के मुख्यमंत्री सीएम धामी ने गंगोत्री धाम में पूजा अर्चना कर मां गंगा का आशीर्वाद लिया।
मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्वामी रामदेव की उपस्थिति से हम सभी को ऊर्जा की अनुभूति होती है। पतंजलि ने जो अन्वेषण का अभियान प्रारम्भ किया है, यह उत्तराखंड ही नही पूरे देश के लिए मील का पत्थर साबित होगा। मैं मां गंगा से प्रार्थना करता हूं कि जिस शोध के लिए आचार्य रक्तवन ग्लेशियर पर निकले हैं, उसमें उन्हें सफलता मिले। उन्होंने कहा कि पतंजलि दुनिया भर में आयुर्वेद को बढ़ाने का काम कर रही है। योग को भारत का ही नही पूरी दुनिया ने अपनाया है।
सीएम धामी ने कहा कि मैं गौरवांवित महसूस कर रहा हूं कि पतंजलि संजीवनी की खोज करके लाएंगे। पतंजलि ने संकल्प लिया है उत्तराखंड को जड़ी- बूटी के क्षेत्र में विश्व पटल तक पहुंचायेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को विश्व की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक राजधानी बनाने की दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने संकल्प लिया है कि हम उत्तराखंड को विश्व की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक राजधानी बनाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने केदार की भूमि से 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का बताया है, जिसे पूर्ण करने को हम दिन-रात प्रयासरत हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस बार चार धाम यात्रा में अभी तक 32 लाख ( रजिस्टर्ड ) श्रद्धालुओं ने यात्रा की है, मां गंगा एवं बाबा केदार के आशीर्वाद से यात्रा सुगम एवं सुरक्षित चल रही है। कांवड़ यात्रा के दौरान करीब 4 करोड़ कांवड़िये शिव भक्त उत्तराखंड आए। पहली बार हमारी सरकार ने कांवड़ यात्रा में बजट का प्रावधान किया। चार धाम यात्रा सड़क मार्ग का चौड़ीकरण हो। इसके लिए न्यायालय ने अनुमति दे दी है। उन्होंने सभी को हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में मां गंगा की निर्मलता,अविरलता और स्वच्छता को लेकर शपथ भी दिलाई।
योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड आध्यात्म एवं सांस्कृतिक राजधानी बनने जा रहा है। उत्तराखंड दुनिया का आयुर्वेद के क्षेत्र में नेतृत्व करें, इसके लिए पतंजलि सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही है। इसके लिए हम 1 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश करेंगे। उन्होंने कहा युवा राज्य का विकास युवा मुख्यमंत्री से ही संभव हो सकता है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ही देश में सबसे पहले उत्तराखंड राज्य में समान नागरिक संहिता लागू किए जाने पर कार्य कर रहा है।
आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि इस अभियान के तहत हमारे द्वारा प्रकृति को संस्कृति से जोड़ने का प्रयास किया जा है। उन्होंने कहा निश्चित ही इस अभियान से हम सभी नया आयाम और मुकाम लेकर लौटेंगे। इस ट्रैकिंग के माध्यम से ऐसी वनस्पतियां औषधियां जो किसी सूची में नही है, उन्हें खोजने का काम करेंगे। उन्होंने इस यात्रा ट्रैक को शोध आधारित यात्रा बताया।
उल्लेखनीय है कि नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, उत्तरकाशी और पतंजलि आयुर्वेद, हरिद्वार और भारतीय पर्वतारोहण संस्थान के संयुक्त रूप से गंगोत्री के रक्तवन ग्लेशियर क्षेत्र में पर्वतारोहण, अन्वेषण अभियान 15 दिन तक आचार्य बालकृष्ण के नेतृत्व में किया जा रहा है। इस संयुक्त अभियान के दौरान अनाम तथा अनारोहित पर्वत शिखरों का आरोहण तथा हिमालय के इस दुर्गम क्षेत्र में अन्वेषण का कार्य किया जायेगा।
इस इलाके में स्वतन्त्रता के पश्चात 1981 में अन्वेषण का कार्य संयुक्त इंडो-फ्रेंच अभियान दल द्वारा किया गया था। इस अन्वेषण दल को अथक प्रयासों के बावजूद भी आधे इलाके का भ्रमण करने में ही कामयाबी मिल पाई थी। इसके पश्चात इस इलाके में आजतक कोई भी दल आरोहण व वनस्पति की खोज में नहीं गया है। इस संयुक्त अभियान को संस्थान के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट, सेना मेडल के अतिरिक्त संस्थान के दो पर्वतारोहण प्रशिक्षक दीप शाही, विनोद गुसांई तथा बिहारी सिंह राणा करेंगे।
इसके साथ पतंजलि योगपीठ हरिद्वार से आचार्य बालकृष्ण के नेतृत्व में 7 सदस्यीय टीम इस संयुक्त अभियान में प्रतिभाग कर रही है। इस संयुक्त अभियान का प्रमुख उद्देश्य हिमालय के दुर्गम क्षेत्र रक्तवन ग्लेशियर में अवस्थित अनाम तथा अनारोहित 6 हजार मीटर से ऊंचे पर्वत शिखरों का आरोहण करने के साथ ही क्षेत्र में अन्वेषण का कार्य करना है । जिसमें इस क्षेत्र में पाये जाने वाले औषधीय पौधों से सम्बन्धित जानकारियों को एकत्रित किया जायेगा।
इस अवसर पर पूर्व जनसंपर्क अधिकारी मुख्यमंत्री किशोर भट्ट, जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला, एसपी अर्पण यदुवंशी, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण,नगर पालिका अध्यक्ष रमेश सेमवाल, अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह, एसडीएम चतर सिंह चौहान, मीनाक्षी पटवाल,जिलाध्यक्ष भाजपा रमेश चौहान, जिला महामंत्री हरीश डंगवाल, लोकेंद्र बिष्ट, प्रधानाचार्य निम कर्नल अमित बिष्ट, गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल,सचिव सुरेश सेमवाल,सहित मंदिर समिति के पदाधिकारी एवं भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।