ब्रिटेन के राजा चार्ल्स ने शुक्रवार को दिवंगत महारानी एवं अपनी मां एलिजाबेथ को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ राष्ट्र सेवा की शपथ ली और वफादारी, सम्मान एवं प्यार से सेवा करने का संकल्प लिया।
राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में चार्ल्स ने रानी को उनके परिवार और उन लोगों के प्रति समर्पण के लिए धन्यवाद दिया जिनके लिए वह सम्राट थीं।
ब्रिटेन में सबसे लंबे समय तक राज करने वाली रानी एलिजाबेथ को श्रद्धांजलि देने के लिए देश और दुनिया से संदेश आ रहे हैं। बकिंघम पैलेस के बाहर स्थानीय लोग उमड़ पड़े हैं।
चार्ल्स और शाही परिवार के अन्य सदस्य रानी के बीमार होने की खबर के सामने आने पर तेजी से पहुंचे थे। वह शुक्रवार को लंदन के बकिंघम पैलेस लौट आए जहां उनका स्वागत तालियों और गॉड सेव द किंग गाते हुए भीड़ के साथ किया गया, क्योंकि सम्राट बनने के बाद यह उनकी पहली सार्वजनिक उपस्थिति थी।
अपने टेलीविज़न संदेश में चार्ल्स ने अपनी मां के उस वादे को प्रतिबिंबित किया जो उन्होंने वर्ष 1947 में, 21 वर्ष की आयु में अपने लोगों की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित करने के लिए किया था।