पाकिस्तानी रेंजर्स ने मंगलवार सुबह जम्मू की अतंरराष्ट्रीय सीमा के साथ सटे अरनिया सेक्टर में संघर्षविराम का उल्लंघन किया। पाकिस्तानी रेंजर्स ने बिना किसी उकसावे के गोलीबारी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों को निशाना बनाया। पाकिस्तान की ओर से फायरिंग का सतर्क बीएसएफ के जवानों ने भी कड़ा जवाब दिया। कुछ देर चली इस गोलीबारी में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
बीएसएफ के उप महानिरीक्षक एसपीएस संधू ने कहा कि आज सुबह बीएसएफ के सतर्क जवानों ने बीएसएफ के गश्ती दल पर पाकिस्तानी रेंजर्स की अकारण फायरिंग का करारा जवाब दिया। बीएसएफ जम्मू के जनसंपर्क अधिकारी के मुताबिक, भारतीय पक्ष से कोई हताहत नहीं हुआ है।
भारत और पाकिस्तान ने फरवरी 2020 में जम्मू एवं कश्मीर में सीमाओं पर नए सिरे से संघर्ष विराम के लिए सहमति व्यक्त की थी। कुछ उल्लंघनों को छोड़कर समझौते का पालन हो रहा है, जो सीमावर्ती निवासियों और किसानों की राहत के लिए है, जिन्होंने नियंत्रण रेखा के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कृषि गतिविधियों को फिर से शुरू किया है। स्थानीय लोगों के अनुसार दोनों ओर से रुक-रुक कर करीब आधे घंटे तक गोलीबारी होती रही, परंतु उसके बाद वातावरण शांत हो गया। इस गोलीबारी से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अचानक से गोलीबारी पाकिस्तानी रेंजर्स की चाल भी हो सकती है। गोलीबारी की आड़ में या तो वे भारतीय सीमा में घुसपैठ करवाना चाहते थे, या फिर ड्रोन की मदद से हथियार या फिर नशीले पदार्थ की खेप को इस ओर भेजना चाहते थे जिसे सतर्क बीएसएफ जवानों ने नाकाम कर दिया। बीएसएफ तथा पुलिस ने मिलकर अरनिया सेक्टर के कई गांवों में तलाशी अभियान चलाया है ताकि किसी भी आतंकी या फिर किसी संदिग्ध वस्तु के होने की आशंका को खत्म किया जा सके।