कोरोना की महामारी के दो साल बाद इस बार अल्लाह-अल्लाह कर के हज का सफर पूरा हो गया लेकिन यह यात्रा अपने पीछे कुछ अच्छी-बुरी यादें भी छोड़ गई। भारत से सऊदी अरब स्थित मक्का-मदीना के लिए हज यात्रा 2022 पर गए 35 यात्रियों की वहां पर मृत्यु हो गई जबकि इस दौरान दो बच्चों ने वहां पर जन्म भी लिया है।
ज्ञात हो कि कोरोना वायरस महामारी के बाद इस वर्ष सऊदी अरब ने भारत सहित दुनियाभर के देशों से हज यात्रियों को हज यात्रा के लिए बुलाया था। हालांकि इस बार भी पूरी क्षमता के अनुसार हज यात्रियों को अनुमति नहीं दी गई और भारत समेत दुनिया के सभी देशों से हज यात्रा पर जाने वाले की संख्या में कटौती की गई थी। भारत के हज यात्रियों का कोटा 2 लाख के लगभग है लेकिन उसे कम करके इस वर्ष 79237 के लगभग कर दिया गया था। इस भारत से हज यात्रा पर 79149 लोग गए थे, जिनमें से 56634 यात्री हज कमेटी ऑफ इंडिया की तरफ से जबकि 22055 यात्री प्राइवेट टूर ऑपरेटर के माध्यम से गए थे।
भारत से हज यात्रा पर जाने वाले सभी हज यात्री अब तक वापस आ चुके हैं। 2 सितंबर को एकमात्र बाकी रह गया हज यात्री भी दिल्ली वापस आ गया है। उनकी वहां पर बहुत ज्यादा तबीयत खराब हो गई थी और इलाज किया जा रहा था। यह यात्री बिहार के रहने वाले हैं। हज यात्रा के दौरान भारत से गए हज यात्रियों में से 35 हज यात्रियों का वहां पर निधन हो गया, जिन्हें वहीं पर सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया है। मरने वालों में दिल्ली के भी एक हज यात्री हैं जबकि दिल्ली एयरपोर्ट से जाने वाले 4 यात्रियों की वहां पर मृत्यु हुई है। यात्रा के दौरान दो बच्चों की वहां पर पैदाइश भी हुई है।
आंकड़ों के अनुसार भारत से इस बार 79149 यात्रियों ने सऊदी अरब की हज यात्रा की है। हालांकि सऊदी अरब सरकार ने भारत का कोटा 79237 तय किया था। हज कमेटी ऑफ इंडिया की तरफ से 56636 यात्रियों को भेजे जाने का फैसला लिया गया था, जिनमें से 56634 हज यात्री यात्रा पर गए थे। इसी तरह प्राइवेट टूर ऑपरेटरों की तरफ के भेजे जाने वाले यात्रियों का कोटा 22600 तय किया गया था लेकिन इस माध्यम से 22055 यात्री ही हज यात्रा पर भेजे गए हैं।
यात्रा के दौरान विभिन्न बीमारियों आदि से हज कमेटी के जरिए भेजे गए 21 यात्रियों की वहां पर मृत्यु हो गई है जबकि प्राइवेट टूर ऑपरेटरों के माध्यम से भेज गए 14 यात्रियों की वहां पर मृत्यु हुई है। हालांकि भारत सरकार की तरफ से हज यात्रियों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए स्वास्थ्यकर्मियों की एक भारी-भरकम टीम भेजी जाती है। इस टीम के माध्यम से मीना, मक्का, मदीना, और अजीजिया में अस्थाई डिस्पेंसरी और अस्पताल का संचालन किया जाता है। इन डिस्पेंसरी और अस्पतालों पर सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं।
इसके अलावा सऊदी अरब प्रशासन की तरफ से भी यात्रियों के स्वास्थ्य को लेकर के बड़ी तैयारी की जाती हैं। इसके बावजूद भी वहां पर हज यात्रा के दौरान लोगों की विभिन्न बीमारियों की वजह से मृत्यु होती रहती है।