राष्ट्रीय ध्वज के जनक श्री पिंगली वेंकैया के जन्मदिवस के उपलक्ष्य पर व्याख्यान आयोजित
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने कहा है कि किसी भी राष्ट्र का राष्ट्रीय ध्वज उसकी पहचान व गरिमा का प्रतीक है। प्रत्येक नागरिक का दायित्व बनता है कि वह राष्ट्रीय ध्वज के मान-सम्मान के लिए तत्पर रहे और इसकी गरिमा पर कभी आंच न आने दे। वे बुधवार को भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे आजादी का अमृत महोत्सव के तहत विश्वविद्यालय में हर घर तिरंगा अभियान के शुभारंभ अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा अभी तक तिरंगे के साथ हमारा संबंध व्यक्तिगत से अधिक औपचारिक और संस्थागत रहा है। इसको विशेष भवनों पर ही फहराया या लगाया जाता रहा है। हर घर तिरंगा अभियान के पीछे का विचार लोगों को राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जागरूक करना, तिरंगे से व्यक्तिगत संबंध स्थापित करना और लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना को जगाना है। उन्होंने कहा भारत के लिए राष्ट्रीय ध्वज इसके मूल्यों और विचारों का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने विशेषकर युवाओं से आह्वान किया कि वे तिरंगे के इतिहास को जाने कि कितनी कुर्बानियों व कठिन प्रयासों के बाद हमें अपना राष्ट्रीय ध्वज लहराने का अवसर मिला है।
इस अवसर पर देश के राष्ट्रीय ध्वज के जनक श्री पिंगली वेंकैया के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का महत्व विषय पर व्याख्यान भी आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता व बुद्धिजीवी सतीश कुमार ने तिरंगे के इतिहास, महत्व व गरिमा पर विस्तार से प्रकाश डाला। इससे पूर्व कार्यक्रम के आयोजक विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. मंजू महता ने अतिथियों का स्वागत किया जबकि कार्यक्रम के अंत में मौलिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. नीरज कुमार ने धन्यवाद प्रस्ताव ज्ञापित किया।
आशा खबर / शिखा यादव