। भारत में पहली बार होने जा रहे शतरंज ओलंपियाड की मशाल रिले गुरुवार को अरुणाचल प्रदेश के नामसाई शहर में पहुंची।
अरुणाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री चोउना मीन ने गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में टाउन क्लब में ग्रैंडमास्टर मित्रभा गुहा से मशाल प्राप्त की।
साई मीडिया ने ट्वीट किया, पहली बार शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले 14 जुलाई को नामसाई पहुंची। अरुणाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री चोउना मीन ने टाउन क्लब में ग्रैंडमास्टर मित्रभा गुहा से प्रख्यात गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में मशाल प्राप्त की।
इससे पहले बुधवार को शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले बुधवार को असम के डिब्रूगढ़ शहर में पहुंची।
डिब्रूगढ़ में असम के खेल और युवा कल्याण मंत्री बिमल बोरा ने प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में ग्रैंडमास्टर मित्रभा गुहा से मशाल प्राप्त की।
इसके अलावा मशाल रिले बुधवार को अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर पहुंची थी।
अब तक मशाल रिले लेह, जम्मू, श्रीनगर, धर्मशाला, शिमला, चंडीगढ़, पटियाला, अमृतसर, पानीपत, गुरुग्राम, कुरुक्षेत्र, देहरादून, हरिद्वार, मेरठ, कानपुर, केवडिया, अहमदाबाद, दांडी, सूरत, जयपुर, दमन , मुंबई, पुणे, नागपुर, पणजी, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, झांसी, गंगटोक, सिलीगुड़ी, कोहिमा, गंगटोक, शिलांग, गुवाहाटी और सिलीगुड़ी की यात्रा कर चुकी है।
मशाल रिले का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। मशाल ने लेह से अपनी रिले शुरू की।
मशाल तमिलनाडु के महाबलीपुरम में समाप्त होने से पहले 40 दिनों के लिए 75 शहरों की यात्रा करेगी। शतरंज ओलंपियाड में 200 से अधिक देश भाग ले रहे हैं। शतरंज के ग्रैंडमास्टर विभिन्न चिन्हित स्थानों पर मशाल प्राप्त करेंगे। शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले रखने वाला भारत पहला देश है।
दुनिया के सबसे बड़े शतरंज आयोजन के 44वें संस्करण का आयोजन 28 जुलाई से 10 अगस्त तक चेन्नई के पास महाबलीपुरम में होगा।
आशा खबर / शिखा यादव