गंगा निर्मलीकरण की कामना से बाबा विश्वनाथ का गंगाजल से अभिषेक
सावन माह के प्रथम दिन गुरूवार को नमामि गंगे ने भव्य दिव्य गंगा द्वार से जन कल्याण की कामना कर बाबा विश्वनाथ और मां गंगा की भव्य आरती उतारी। आरती के बाद भगवान शिव शंकर से समृद्धिशाली आत्मनिर्भर भारत के लिए गुहार लगाई। साथ ही गंगाजल से श्री काशी विश्वनाथ का अभिषेक कर निर्मलीकरण की कामना की गई।
इसके बाद ललिता घाट स्थित गंगाद्वार के किनारे नमामि गंगे के सदस्यों ने गंगा तट की सफाई करके स्वच्छता का संदेश दिया। ध्वनि विस्तारक यंत्र से स्वच्छता को संस्कार के रूप में शामिल करने की अपील की गई। गंगाद्वार पर द्वादश ज्योतिर्लिंग और गंगाष्टकम का पाठ किया गया।
कार्यक्रम के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि देवाधिदेव महादेव जन कल्याणकारी हैं। जब भी त्रिभुवन पर संकट के बादल छाते हैं देवाधिदेव उस संकट को आत्मसात कर लेते हैं। पुण्य सावन माह के प्रथम दिन श्री काशी विश्वनाथ और मां गंगा की आरती करके हमने जन कल्याण की कामना की है।
कार्यक्रम में बीना गुप्ता, सुषमा जायसवाल, पूजा मौर्या, सुनीता देवी, रीता पटेल, सुनीता जायसवाल, गीता सचदेवा, अनुज राय, प्रियांशु आदि शामिल रहे।
आशा खबर / शिखा यादव