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यूपी की ओडीओपी से प्रेरित होकर इंडोनेशिया ने शुरू किया एक गांव-एक उत्पाद

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मुख्यमंत्री से मिलीं इंडोनेशिया की राजदूत

-इंडोनेशिया की राजदूत ने यूपी की ओडीओपी और मिशन शक्ति कार्यक्रमों को बताया प्रेरणास्पद

-भारत-इंडोनेशिया के बीच साझा संस्कृति, उपासना पद्धति बदली, पर भावना एक : आदित्यनाथ

नई दिल्ली में इंडोनेशिया की राजदूत इना एच. कृष्णमूर्ति ने मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। इस अवसर पर इंडोनेशिया और भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के बीच संबंधों को और बेहतर करने के विषय में विचार-विमर्श किया गया।

राजदूत कृष्णमूर्ति ने मुख्यमंत्री का अभिवादन करते हुए कहा कि मेरे नाम में ही कृष्णमूर्ति जुड़ा हुआ है, सो इस प्रदेश से गहरा लगाव होना स्वाभाविक ही है। हम चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश और इंडोनेशिया के बीच एक सीधी हवाई सेवा उपलब्ध हो, तो हमें खुशी होगी। यह हवाई सेवा दोनों देशों के संबंधों को और बेहतर बनाने में सुगमता प्रदान करने वाली होगी। उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि उत्तर प्रदेश के बेहतरीन इनिशिएटिव ओडीओपी से प्रेरणा लेकर इंडोनेशिया के बाली में हमने ”वन विलेज वन प्रोडक्ट” का कार्यक्रम शुरू किया है। इस प्रयास से ग्रास रूट लेबल पर इकोनॉमी में बूस्ट आया है। महिलाओं के लिए खासतौर पर शुरू की गई मिशन शक्ति के शानदार नतीजों का मैंने अनुभव किया है।

अपने अनेक अनुभव साझा करते हुए राजदूत कृष्णमूर्ति ने कहा कि उत्तर प्रदेश आज इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के क्षेत्र में जिस तरह तरक्की कर रहा है, वह शानदार है। मुझे जानकारी मिली है कि जल्द ही उत्तर प्रदेश एक और एक्सप्रेसवे का लोकार्पण करने जा रहा है। इसके लिए इंडोनेशिया की ओर से अग्रिम शुभकामनाएं। कृष्णमूर्ति ने कहा कि इंडोनेशिया की खाद्यान्न जरूरतों को पूरा करने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है। भारत का सबसे अधिक खाद्यान्न उत्पादक राज्य होने की दृष्टि से उत्तर प्रदेश से हमें अधिक अपेक्षाएं हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें हर सम्भव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन भी दिया।

राजदूत कृष्णमूर्ति का अभिनंन्दन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 करोड़ आबादी वाला उत्तर प्रदेश देश में सबसे बड़ी आबादी का प्रदेश है। यह भारत का हृदय स्थल है। यह भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं का स्रोत है। यहां की उर्वर भूमि इस प्रदेश की समृद्धि का मूलाधार है। भगवान राम की जन्मभूमि, श्रीकृष्ण की जन्मभूमि और लीलाभूमि, महात्मा बुद्ध की जन्मभूमि और महापरिनिर्वाण स्थल इसी उत्तर प्रदेश में है। मैं जब भी कभी दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों में गया हूं, मुझे वहां देवासुर संग्राम की प्रतिकृतियां देखने को मिली हैं। इस देवासुर संग्राम से संबंधित कुंभ जो कि दुनिया का सबसे बड़ा मानव समागम का सांस्कृतिक आयोजन है, इसी प्रदेश की पुण्यधरा पर होता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों देश घनिष्ठ सांस्कृतिक एवं वाणिज्यिक संबंधों का दो सदियों से भी लंबा इतिहास साझा करते हैं। बाली और जकार्ता के उल्लेख हमारे पवित्र ग्रंथ रामायण में है। बाल्मीकि रचित रामायण में बाली, जकार्ता, सुमात्रा का प्रमुखता से उल्लेख है। इन क्षेत्रों से जुड़ना हर भारतीय के लिए उत्सकुता और आकांक्षा का विषय है। आखिर राम और बुद्ध की परंपरा से जुड़कर कौन भारतीय गौरवान्वित नहीं होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में दीपोत्सव के विशेष आयोजन में प्रतिवर्ष हम इंडोनेशिया के रामलीला कलाकारों को आमंत्रित करते हैं। कलाकारों की अनुपम प्रस्तुतियां यहां लोगों को लुभाया है। समय के साथ संभव है कि दोनों देशों की उपासना पद्धति में कुछ भिन्नता हो गई हो, किंतु हमारी मूल भावना एक ही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें प्रसन्नता होगी, यदि इस वर्ष अयोध्या दीपोत्सव के मुख्य आयोजन में इंडोनेशिया के मंत्री के नेतृत्व में एक सांस्कृतिक दल का स्वागत करने का अवसर मिले।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश अपनी विरासतों और परंपराओं का संरक्षण कर रहा है। इंडोनेशिया तो हमारी विरासतों का निकटतम सहयोगी है। दोनों देशों के बीच संबंधों को नई ऊंचाई देने में हमारी साझा संस्कृति महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में असीम संभावनाएं हैं। हम भारत में खाद्यान्न उत्पादन में प्रथम स्थान पर हैं। शुगर और एथेनाल का उत्पादन सर्वाधिक यहीं होता है। विभिन्न सब्जियों और फलों के उत्पादन में हम नम्बर एक हैं। ओडीओपी के माध्यम से बेरोजगारी दर को कम करने और एक्सपोर्ट को बढ़ाने में बड़ी मदद मिली है। मुझे यह जानकर सुखद अनुभव हुआ कि इंडोनेशिया भी उत्तर प्रदेश की तर्ज पर एक गांव एक उत्पाद की योजना संचालित कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पांच एक्सप्रेसवे और नौ एयरपोर्ट वाला राज्य है। इसके अलावा अतिशीघ्र उत्तर प्रदेश पांच इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला राज्य भी बनने जा रहा है। इस क्षेत्र ने विकास की असीम संभावनाएं हैं, जिसमें इंडोनेशिया हमारा अच्छा सहयोगी बन सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू हो चुका है। यहां से दक्षिण पूर्व एशिया के देशों के लिए हवाई उड़ान शुरू करने के लिए तैयारी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जनवरी 2023 में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के आयोजन की तैयारी कर रहे हैं। इंडोनेशिया के उद्यमियों के लिए यह एक अच्छा अवसर हो सकता है। दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने के लिहाज से यह महत्वपूर्ण अवसर है। मुझे उम्मीद है कि इंडोनेशिया की ओर से सकारात्मक सहयोग प्राप्त होगा। यह सहयोग जी-2-जी और पी-2-पी दोनों ही मोड में हो सकता है।

आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल

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