कांग्रेस पार्टी ने अपने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के एक बयान को गलत संदर्भ में प्रस्तुत करने के मामले पर मीडिया और भाजपा पर तल्खी दिखायी है। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि वे पूरे देश की मीडिया और खासतौर पर भारतीय जनता पार्टी को आगाह करते हैं कि कांग्रेस की शराफत ‘हमारा गहना है, हमारी बेड़ियां नहीं है।’
पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए पवन खेड़ा ने कहा, “आज के बाद यदि एक व्यक्ति भी हमारी पार्टी, हमारे नेता या हमारी विरासत के खिलाफ तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करेगा, भ्रामक जानकारी देकर कांग्रेस या हमारे नेताओं की छवि धूमिल करने की कोशिश करेगा, तो यह उनको कई पीढ़ियों तक याद रखना पड़ेगा।”
उल्लेखनीय है कि एक टीवी चैनल ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के वायनाड में दिए एक बयान को गलत संदर्भ में प्रस्तुत किया था। राहुल ने केरल में उनके कार्यालय में तोड़-फोड़ करने वालों के लिए अपनी बात रखी थी। लेकिन इसे उदयपुर महजबी उन्मादियों से जोड़ कर दिखाया गया। बाद में चैनल ने माफी भी मांगी है। राजस्थान में इसको लेकर केस दर्ज किया गया है। इसमें चैनल के प्रस्तुतकर्ता सहित भाजपा प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौर का नाम भी दर्ज किया गया है। उनके ट्वीटर हैंडल ने चैनल की विवादित सामग्री को पोस्ट किया था।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि एक चैनल ने राहुल गांधी से संबंधित एक वीडियो को शातिराना तरीके से कांट-छांट कर उदयपुर हत्याकांड से जोड़कर दिखाया। इस फेक न्यूज को भाजपा के कई नेताओं ने भी साझा किया। यह पहला मौका नहीं है जब राहुल गांधी की छवि खराब करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने ऐसा कोई काम किया है। ऐसे कई वीडियो हैं, जिनसे छेड़-छाड़ कर राहुल गांधी जी की छवि खराब करने की कोशिश की गई है।
उन्होंने कहा कि पूरे मामले में टीवी चैनल से ज्यादा गैर जिम्मेदार चुने हुए प्रतिनिधि हैं क्योंकि वे संवैधानिक शपथ के तहत आते हैं। कांग्रेस की ओर से आपत्ति दर्ज करवाने के बाद चैनल ने माफी तो मांग ली, लेकिन भाजपा के नेता अभी भी राहुल गांधी की छवि खराब करने के लिए उस वीडियो का इस्तेमाल कर रहे हैं। जिन भूतपूर्व मंत्रियों और नेताओं ने इस वीडियो को अभी भी अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया हुआ है, वह हमारी कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें।